
कलेक्टर ने ली कृषि अदान विक्रेताओं की बैठक
30 अप्रैल से पूर्व अधिक से अधिक मात्रा में कपास बीज का भण्डारण करने के निर्देश
📝🎯 खरगोन से अनिल बिलवे की रिपोर्ट…
खरीफ-2025 में फसलों की बुआई को ध्यान में रखते हुये कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल की अध्यक्षता में 23 अप्रैल को कपास बीज वितरण को लेकर जिले के कृषि विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, लायसेंसधारी डिस्ट्रीब्यूटर/डीलर, कम्पनियों के प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित की गई।
कलेक्टर सुश्री मित्तल ने बैठक में कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारी एवं बीज विक्रेताओं को सख्त हिदायत दी कि कपास बीज के वितरण को लेकर जिले में किसी भी प्रकार की लॉ एण्ड ऑर्डरे की स्थिति नही बनना चाहिए। इसके लिये सभी कम्पनियों को कपास बीज 30 अप्रैल से पूर्व अधिक से अधिक मात्रा में भण्डारित कर, अंतिम डीलर तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि जिले में कपास बीज के वितरण पर कड़ी निगरानी रखी जाए। किसानों को कपास बीज निर्धारित कीमत पर ही मिलना चाहिए। कपास बीज की कालाबाजारी एवं अधिक दाम पर बीज विक्रय पाये जाने पर लायसेंस निरस्ती की कार्यवाही करने के साथ ही दोषी व्यक्त्यिों पर एफआईआर कराई जाए। कपास की सभी किस्मों के बीज का समानुपातिक वितरण पर ध्यान दिया जावे।
बैठक में उप संचालक कृषि श्री शिवसिंह राजपूत द्वारा बताया गया कि जिले की मुख्य फसल कपास की कुल रकबे के लगभग 46 प्रतिशत अर्थात 01 लाख 90 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई की जाती है। कृषकों द्वारा कपास की बुवाई शुभ मुहूर्त अक्षय तृतीया (30 अप्रैल 2025) से कर दिया जाता है। जिले में लगभग 98 प्रतिशत क्षेत्र में बीटी कपास ही बोया जाता हैं। कपास बीज का वितरण जिले के लायसेंसधारी डिस्ट्रीब्यूटर/डीलर के माध्यम से ही किया जाता है।